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Wednesday, July 25, 2007
हे भगवान हमें ताकत दो, हमारी रक्षा करना।
आजकल सांस बहुत फूल रही है।
थोड़ी दूर भी नहीं चल पाता हूं।
भूख भी नहीं लग रही है।
बहुत बोझ है हमारे सिर पर।
हे भगवान हमें ताकत दो, हमारी रक्षा करना।
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तकदीर का फसाना
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हे भगवान हमें ताकत दो, हमारी रक्षा करना।
Holding Back
मिटटी था किसने चाक पे रख कर घुमा दिया
मेरी कोई पहचान नहीं है।
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